दुनिया में कोरोनावायरस के अब तक 2 करोड़ 45 लाख 34 हजार 211 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें 1 करोड़ 70 लाख 675 मरीज ठीक हो चुके हैं, जबकि 8 लाख 33 हजार 173 की मौत हो चुकी है। ये आंकड़े www.worldometers.info/coronavirus के मुताबिक हैं।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) ने गुरुवार को चेतावनी दी है कि सर्दियों आने पर यूरोप में कोरोना का कहर बढ़ जाएगा। अस्पतालों में भर्ती होने वाले लोगों की संख्या बढ़ेगी और मृत्यु दर में भी इजाफा होगा। यूरोप में डब्ल्यूएचओ के रीजनल डाइरेक्टर हेनरी क्लग ने कहा, “सर्दियों में युवा लोग बुजुर्ग आबादी के ज्यादा करीब होंगे। हम गैरजरूरी भविष्यवाणी नहीं करना चाहते, लेकिन इसकी निश्चित रूप से आशंका है। इस दौरान ज्यादा लोग अस्पतालों में भर्ती होंगे और मृत्युदर बढ़ जाएगी।”
हेनरी क्लग ने आने वाले महीनों में तीन मुख्य कारणों पर फोकस करने के लिए कहा है। इनमें स्कूलों का फिर से खुलना, सर्दी-जुकाम का मौसम और सर्दियों के दौरान बुजुर्गों की ज्यादा मौत। इन वजहों से संक्रमण के घातक होने का खतरा है।
इन 10 देशों में कोरोना का असर सबसे ज्यादा
देश |
संक्रमित | मौतें | ठीक हुए |
अमेरिका | 60,32,833 | 1,84,389 | 33,28,058 |
ब्राजील | 37,31,022 | 1,17,996 | 29,08,848 |
भारत | 33,84,575 | 61,694 | 25,83,063 |
रूस | 9,75,576 | 16,804 | 7,92,561 |
साउथ अफ्रीका | 6,18,286 | 13,628 | 5,31,338 |
पेरू | 6,13,378 | 28,124 | 4,21,877 |
मैक्सिको | 5,73,888 | 62,076 | 3,96,758 |
कोलंबिया | 5,72,270 | 18,184 | 4,07,121 |
स्पेन | 4,51,792 | 28,996 | उपलब्ध नहीं |
चिली | 4,04,102 | 11,072 | 3,77,922 |
फ्रांस: फिर पांच हजार से ज्यादा मामले
फ्रांस में गुरुवार को 6111 नए मामले सामने आए। खास बात यह है कि ये सभी मामले उन इलाकों में सामने आए हैं, जहां दूसरी बार लॉकडाउन हटाया गया है। इसके अलावा कुछ ऐसे क्लस्टर भी सामने आए हैं, जिनके बारे में कहा जा रहा है कि यहां हाई रिस्क जोन अब भी बने हुए हैं। हेल्थ मिनिस्ट्री ने कहा है कि अप्रैल के बाद कुछ इलाकों में मामले तेजी से बढ़े हैं। अगर जरूरत हुई तो इन इलाकों में फिर लॉकडाउन किया जाएगा। फ्रांस में कुल मामले ढाई लाख से ज्यादा हो चुके हैं।

हेल्थ इमरजेंसी की घोषणा करने के नियम बदलेंगे: डब्ल्यूएचओ
डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि उसने एक कमेटी बनाई है जो हेल्थ इमरजेंसी की घोषणा करने के नियम बदलेगी। कोरोना महामारी के बाद डब्ल्यूएचओ पर दुनिया को देरी से जानकारी देने के आरोप लगते रहे हैं। डब्ल्यूएचओ ने 30 जनवरी को कोरोना के चलते हेल्थ इमरजेंसी की घोषणा की थी। उसका दावा है कि इस दौरान चीन में केवल 100 मामले थे। अब डब्ल्यूएचओ ने अपने नियमों की समीक्षा की एक कमेटी बनाई है। जिससे देखा जाएगा कि क्या नियमों में कोई बदलाव किया जाना चाहिए?
पाकिस्तान: पर्यटन स्थल खोले गए
पाकिस्तान में एक बार फिर से पर्यटन स्थल खोल दिए गए हैं। इमरान सरकार दावा कर रही है कि उसने कोरोना पर काबू पा लिया है। सरकार के इस फैसले पर स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि इससे संक्रमण की दूसरी लहर आ सकती है। पाकिस्तान में कोरोना संक्रमण के 2.94 हजार से ज्यादा मामले आ चुके हैं और 6 हजार से ज्यादा की जान जा चुकी है।
स्पेन : यहां भी हालात ठीक नहीं
यूरोपीय देश स्पेन संक्रमण की दूसरी लहर का सामना कर रहा है। यहां हेल्थ मिनिस्ट्री के अफसरों की मीटिंग भी हुई है। देश में छह महीने पहले पहला मामला सामने आया था। लॉकडाउन हटाने के बाद एक बार फिर मामले तेजी से बढ़े हैं।

जॉर्डन : अम्मान मे शुक्रवार से लॉकडाउन
जॉर्डन में एक बार फिर लॉकडाउन की तैयारी है। पहले चरण में राजधानी अम्मान में लॉकडाउन किया जाएगा। यहां की हेल्थ मिनिस्ट्री ने एक बयान में कहा- अब सख्त कदम उठाने के अलावा कोई रास्ता नहीं है। अगर लोग सावधानी रखते तो शायद यह नहीं करना पड़ता। शुक्रवार को अम्मान में लॉकडाउन लगाया जा रहा है। लॉकडाउन इतना सख्त रहेगा कि मेडिकल स्टोर्स के अलावा किसी बिजनेस को खोलने की मंजूरी नहीं दी गई है।

साउथ कोरिया: डॉक्टरों की छुट्टियां रद्द
दक्षिण कोरिया में मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। यही वजह है कि यहां सभी डॉक्टरों की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी गई हैं और उन्हें काम पर लौटने को कहा गया है। खास बात यह है कि इन सबके बावजूद देश के डॉक्टर तीन दिन की हड़ताल पर जाने पर अड़े हैं। दूसरी तरफ सरकार ने कहा है कि वो समय रहते हालात पर काबू पाना चाहती है, इसके लिए सख्त कदम उठाने पर भी विचार किया जा सकता है।
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दुनिया में कोरोनावायरस के अब तक 2 करोड़ 45 लाख 34 हजार 211 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें 1 करोड़ 70 लाख 675 मरीज ठीक हो चुके हैं, जबकि 8 लाख 33 हजार 173 की मौत हो चुकी है। ये आंकड़े www.worldometers.info/coronavirus के मुताबिक हैं। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) ने गुरुवार को चेतावनी दी है कि सर्दियों आने पर यूरोप में कोरोना का कहर बढ़ जाएगा। अस्पतालों में भर्ती होने वाले लोगों की संख्या बढ़ेगी और मृत्यु दर में भी इजाफा होगा। यूरोप में डब्ल्यूएचओ के रीजनल डाइरेक्टर हेनरी क्लग ने कहा, “सर्दियों में युवा लोग बुजुर्ग आबादी के ज्यादा करीब होंगे। हम गैरजरूरी भविष्यवाणी नहीं करना चाहते, लेकिन इसकी निश्चित रूप से आशंका है। इस दौरान ज्यादा लोग अस्पतालों में भर्ती होंगे और मृत्युदर बढ़ जाएगी।” हेनरी क्लग ने आने वाले महीनों में तीन मुख्य कारणों पर फोकस करने के लिए कहा है। इनमें स्कूलों का फिर से खुलना, सर्दी-जुकाम का मौसम और सर्दियों के दौरान बुजुर्गों की ज्यादा मौत। इन वजहों से संक्रमण के घातक होने का खतरा है। इन 10 देशों में कोरोना का असर सबसे ज्यादा देश संक्रमित मौतें ठीक हुए अमेरिका 60,32,833 1,84,389 33,28,058 ब्राजील 37,31,022 1,17,996 29,08,848 भारत 33,84,575 61,694 25,83,063 रूस 9,75,576 16,804 7,92,561 साउथ अफ्रीका 6,18,286 13,628 5,31,338 पेरू 6,13,378 28,124 4,21,877 मैक्सिको 5,73,888 62,076 3,96,758 कोलंबिया 5,72,270 18,184 4,07,121 स्पेन 4,51,792 28,996 उपलब्ध नहीं चिली 4,04,102 11,072 3,77,922 फ्रांस: फिर पांच हजार से ज्यादा मामले फ्रांस में गुरुवार को 6111 नए मामले सामने आए। खास बात यह है कि ये सभी मामले उन इलाकों में सामने आए हैं, जहां दूसरी बार लॉकडाउन हटाया गया है। इसके अलावा कुछ ऐसे क्लस्टर भी सामने आए हैं, जिनके बारे में कहा जा रहा है कि यहां हाई रिस्क जोन अब भी बने हुए हैं। हेल्थ मिनिस्ट्री ने कहा है कि अप्रैल के बाद कुछ इलाकों में मामले तेजी से बढ़े हैं। अगर जरूरत हुई तो इन इलाकों में फिर लॉकडाउन किया जाएगा। फ्रांस में कुल मामले ढाई लाख से ज्यादा हो चुके हैं। फ्रांस के सेंट कैथरीन में मास्क लगाए लोग। हालांकि, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जा रहा। यहां टूरिस्ट भी आने लगे हैं। संक्रमण की दूसरी लहर यहां भी है। (फाइल)हेल्थ इमरजेंसी की घोषणा करने के नियम बदलेंगे: डब्ल्यूएचओ डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि उसने एक कमेटी बनाई है जो हेल्थ इमरजेंसी की घोषणा करने के नियम बदलेगी। कोरोना महामारी के बाद डब्ल्यूएचओ पर दुनिया को देरी से जानकारी देने के आरोप लगते रहे हैं। डब्ल्यूएचओ ने 30 जनवरी को कोरोना के चलते हेल्थ इमरजेंसी की घोषणा की थी। उसका दावा है कि इस दौरान चीन में केवल 100 मामले थे। अब डब्ल्यूएचओ ने अपने नियमों की समीक्षा की एक कमेटी बनाई है। जिससे देखा जाएगा कि क्या नियमों में कोई बदलाव किया जाना चाहिए?पाकिस्तान: पर्यटन स्थल खोले गए पाकिस्तान में एक बार फिर से पर्यटन स्थल खोल दिए गए हैं। इमरान सरकार दावा कर रही है कि उसने कोरोना पर काबू पा लिया है। सरकार के इस फैसले पर स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि इससे संक्रमण की दूसरी लहर आ सकती है। पाकिस्तान में कोरोना संक्रमण के 2.94 हजार से ज्यादा मामले आ चुके हैं और 6 हजार से ज्यादा की जान जा चुकी है। स्पेन : यहां भी हालात ठीक नहीं यूरोपीय देश स्पेन संक्रमण की दूसरी लहर का सामना कर रहा है। यहां हेल्थ मिनिस्ट्री के अफसरों की मीटिंग भी हुई है। देश में छह महीने पहले पहला मामला सामने आया था। लॉकडाउन हटाने के बाद एक बार फिर मामले तेजी से बढ़े हैं। स्पेन के लेग्नी शहर के एक अस्पताल में बुधवार को कोरोना के गंभीर मरीज को वॉर्ड में ले जाते हेल्थ वर्कर। स्पेन में संक्रमण की दूसरी लहर सामने आई है।जॉर्डन : अम्मान मे शुक्रवार से लॉकडाउन जॉर्डन में एक बार फिर लॉकडाउन की तैयारी है। पहले चरण में राजधानी अम्मान में लॉकडाउन किया जाएगा। यहां की हेल्थ मिनिस्ट्री ने एक बयान में कहा- अब सख्त कदम उठाने के अलावा कोई रास्ता नहीं है। अगर लोग सावधानी रखते तो शायद यह नहीं करना पड़ता। शुक्रवार को अम्मान में लॉकडाउन लगाया जा रहा है। लॉकडाउन इतना सख्त रहेगा कि मेडिकल स्टोर्स के अलावा किसी बिजनेस को खोलने की मंजूरी नहीं दी गई है। फोटो जॉर्डन की राजधानी अम्मान की है। जून में यहां लॉकडाउन लगाया गया। सरकार ने लोगों से मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग की अपील की। इसके बावजूद गंभीरता नहीं दिखाई गई। अब फिर हालात बिगड़े तो सरकार राजधानी में लॉकडाउन लगाने जा रही है। (फाइल)साउथ कोरिया: डॉक्टरों की छुट्टियां रद्द दक्षिण कोरिया में मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं। यही वजह है कि यहां सभी डॉक्टरों की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी गई हैं और उन्हें काम पर लौटने को कहा गया है। खास बात यह है कि इन सबके बावजूद देश के डॉक्टर तीन दिन की हड़ताल पर जाने पर अड़े हैं। दूसरी तरफ सरकार ने कहा है कि वो समय रहते हालात पर काबू पाना चाहती है, इसके लिए सख्त कदम उठाने पर भी विचार किया जा सकता है। आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
स्पेन के मैड्रिड में एंबुलेंस सर्विस के कर्मचारी पीपीई किट पहनकर रेडी होते हुए। स्पेन में संक्रमण के 4.26 लाख मामले आए हैं और 28 हजार से ज्यादा की मौत हुई है।Read More