अमेरिकी कंपनी बोइंग ने भारतीय नौसेना को एयरक्राफ्ट कैरियर शिप के लिए सुपर हॉर्नेट फाइटर जेट देने का प्रपोजल दिया है। कंपनी ने सोमवार को बताया कि F/A-18 सुपर हॉर्नेट फाइटर जेट का स्की-जम्प टेस्ट सक्सेसफुल रहा। यह फाइटर जेट भारतीय नौसेना के लिहाज से फिट है। इस जेट को भारत के एयरक्राफ्ट कैरियर से ऑपरेट किया जा सकता है। बोइंग-डिफेंस के इंडिया फाइटर्स सेल्स के चीफ अंकुर कांगलेकर के मुताबिक, टेस्ट के दौरान भारतीय दूतावास के अधिकारी वॉशिंगटन डीसी में मौजूद थे।
उन्होंने बताया कि यह टेस्ट अमेरिका के एक नेवल एयर स्टेशन (पैटूक्सेंट नदी, मैरीलैंड) में किया गया। यह एयरक्राफ्ट इंडियन नेवी के शॉर्ट टेकऑफ बट अरेस्टेड रिकवरी (STOBAR) सिस्टम के लिहाज से भी बेहतरीन काम करता है।
Our F/A-18 #SuperHornet demonstrates the ability to operate from @indiannavy aircraft carriers during its successful and safe launch from a ski-jump ramp. pic.twitter.com/92V14EXV9M
— Boeing India (@Boeing_In) December 21, 2020
जमीन पर स्की-जंप प्लेटफॉर्म बनाकर किया टेस्ट
बोइंग कंपनी अमेरिकी नौसेना के लिए भी लड़ाकू विमान बनाती है। अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर वॉरशिप कैटापुल्ट तकनीक इस्तेमाल करती है, इसीलिए बोइंग ने अब भारतीय नौसेना के स्की-जंप तकनीक के जरिए अपने सुपर हॉर्नेट का टेस्ट किया है। यह टेस्ट किसी एयरक्राफ्ट कैरियर पर नहीं, बल्कि जमीन पर स्की-जंप प्लेटफॉर्म बनाकर किया गया है।
स्की-जंप टैक्नीक के तहत एक घुमावदार प्लेटफार्म से कम दूरी पर एयरक्राफ्ट उड़ान भर सकता है।
2018 में नेवी ने खरीदारी शुरू की
2018 में नेवी ने एयरक्राफ्ट कैरियर के लिए 57 मल्टी-रोल कॉम्बैट एयरक्राफ्ट खरीदने की प्रोसेस शुरू की थी, जिसमें स्की-जम्प मैकेनिज्म के तहत उड़ान भरने की क्षमता हो। फिलहाल, राफेल (डसॉल्ट, फ्रांस), F/A-18 सुपर हॉर्नेट (बोइंग, अमेरिका), मिग-29K (रूस), F-35B और F-35C (लॉकहीड मार्टिन, अमेरिका) और ग्रिपेन (साब, स्वीडन) एयरक्राफ्ट कैरियर के मुताबिक हैं।
इंडियन नेवी के मानकों के मुताबिक
कांगलेकर ने बताया, ‘सफलतापूर्वक किए गए टेस्ट से यह साबित होता है कि सुपर हॉर्नेट फाइटर जेट एयरक्राफ्ट कैरियर से ऑपरेट कर सकता है। हम जानते हैं कि एयरक्राफ्ट को युद्ध के लिहाज से बेहतरीन और पूरी तरह फिट होना चाहिए। हमारे पास इसका एक सॉल्यूशन है और यह सुरक्षित भी है। यह इंडियन नेवी के एयरक्राफ्ट कैरियर से ऑपरेट किए जाने वाले सभी मानकों पर खरा उतरता है।’
नेवी के पास एक एयरक्राफ्ट कैरियर
फिलहाल, भारतीय नौसेना के पास सिर्फ एक एयरक्राफ्ट कैरियर है, जिसका नाम INS विक्रमादित्य है। इसे रूसी कंपनी ने तैयार किया है। भारत का पहला स्वदेशी कैरियर INS विक्रांत भी तैयार किया जा रहा है, जिसके नौसेना में 2022 तक शामिल होने की उम्मीद है।
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अमेरिकी कंपनी बोइंग ने भारतीय नौसेना को एयरक्राफ्ट कैरियर शिप के लिए सुपर हॉर्नेट फाइटर जेट देने का प्रपोजल दिया है। कंपनी ने सोमवार को बताया कि F/A-18 सुपर हॉर्नेट फाइटर जेट का स्की-जम्प टेस्ट सक्सेसफुल रहा। यह फाइटर जेट भारतीय नौसेना के लिहाज से फिट है। इस जेट को भारत के एयरक्राफ्ट कैरियर से ऑपरेट किया जा सकता है। बोइंग-डिफेंस के इंडिया फाइटर्स सेल्स के चीफ अंकुर कांगलेकर के मुताबिक, टेस्ट के दौरान भारतीय दूतावास के अधिकारी वॉशिंगटन डीसी में मौजूद थे। उन्होंने बताया कि यह टेस्ट अमेरिका के एक नेवल एयर स्टेशन (पैटूक्सेंट नदी, मैरीलैंड) में किया गया। यह एयरक्राफ्ट इंडियन नेवी के शॉर्ट टेकऑफ बट अरेस्टेड रिकवरी (STOBAR) सिस्टम के लिहाज से भी बेहतरीन काम करता है। Our F/A-18 #SuperHornet demonstrates the ability to operate from @indiannavy aircraft carriers during its successful and safe launch from a ski-jump ramp. pic.twitter.com/92V14EXV9M — Boeing India (@Boeing_In) December 21, 2020जमीन पर स्की-जंप प्लेटफॉर्म बनाकर किया टेस्ट बोइंग कंपनी अमेरिकी नौसेना के लिए भी लड़ाकू विमान बनाती है। अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर वॉरशिप कैटापुल्ट तकनीक इस्तेमाल करती है, इसीलिए बोइंग ने अब भारतीय नौसेना के स्की-जंप तकनीक के जरिए अपने सुपर हॉर्नेट का टेस्ट किया है। यह टेस्ट किसी एयरक्राफ्ट कैरियर पर नहीं, बल्कि जमीन पर स्की-जंप प्लेटफॉर्म बनाकर किया गया है। स्की-जंप टैक्नीक के तहत एक घुमावदार प्लेटफार्म से कम दूरी पर एयरक्राफ्ट उड़ान भर सकता है। 2018 में नेवी ने खरीदारी शुरू की 2018 में नेवी ने एयरक्राफ्ट कैरियर के लिए 57 मल्टी-रोल कॉम्बैट एयरक्राफ्ट खरीदने की प्रोसेस शुरू की थी, जिसमें स्की-जम्प मैकेनिज्म के तहत उड़ान भरने की क्षमता हो। फिलहाल, राफेल (डसॉल्ट, फ्रांस), F/A-18 सुपर हॉर्नेट (बोइंग, अमेरिका), मिग-29K (रूस), F-35B और F-35C (लॉकहीड मार्टिन, अमेरिका) और ग्रिपेन (साब, स्वीडन) एयरक्राफ्ट कैरियर के मुताबिक हैं। इंडियन नेवी के मानकों के मुताबिक कांगलेकर ने बताया, ‘सफलतापूर्वक किए गए टेस्ट से यह साबित होता है कि सुपर हॉर्नेट फाइटर जेट एयरक्राफ्ट कैरियर से ऑपरेट कर सकता है। हम जानते हैं कि एयरक्राफ्ट को युद्ध के लिहाज से बेहतरीन और पूरी तरह फिट होना चाहिए। हमारे पास इसका एक सॉल्यूशन है और यह सुरक्षित भी है। यह इंडियन नेवी के एयरक्राफ्ट कैरियर से ऑपरेट किए जाने वाले सभी मानकों पर खरा उतरता है।’ नेवी के पास एक एयरक्राफ्ट कैरियर फिलहाल, भारतीय नौसेना के पास सिर्फ एक एयरक्राफ्ट कैरियर है, जिसका नाम INS विक्रमादित्य है। इसे रूसी कंपनी ने तैयार किया है। भारत का पहला स्वदेशी कैरियर INS विक्रांत भी तैयार किया जा रहा है, जिसके नौसेना में 2022 तक शामिल होने की उम्मीद है। आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
F/A-18 सुपर होर्नेट फाइटर जेट का टेस्ट किसी एयरक्राफ्ट कैरियर पर नहीं, बल्कि जमीन पर स्की-जंप प्लेटफॉर्म बनाकर किया गया।Read More